सोचिए, डॉक्टर कह दें कि अब आपके पास सिर्फ 3 महीने हैं और 30 साल बाद आप 102 साल के होकर भी दौड़ लगा रहे हों, पुल-अप्स कर रहे हों और बीमारी का नामोनिशान ना हो! इस ब्लॉग में जानिए: माइक ने कौन सी डाइट अपनाई?, अपनी लाइफस्टाइल में क्या बदला?, कैसे आप भी उन्हीं की तरह लंबी, स्वस्थ और दवा-मुक्त ज़िंदगी जी सकते हैं?
परिचय
मिलिए माइक से एक ऐसे इंसान जिनकी कहानी किसी फिल्म से कम नहीं। जब 69 साल की उम्र में उन्हें कैंसर हुआ तो डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए। कहा गया कि उनके पास बस 3 महीने बचे हैं। लेकिन माइक ने हार नहीं मानी। दवा और ऑपरेशन की जगह उन्होंने अपने जीवन की सबसे ताकतवर दवा चुनी – खाना। आज माइक 102 साल के हैं पूरी तरह स्वस्थ, एक्टिव और बिना किसी बड़ी बीमारी के। ना सिर्फ उन्होंने कैंसर जैसी घातक बीमारी को हराया बल्कि वो दुनिया को जीने का एक नया तरीका भी सिखा रहे हैं।
कैंसर से जंग की शुरुआत
जब माइक को कैंसर हुआ तब उन्होंने कोई दवाईयों का भरोसा नहीं किया। उन्होंने एक किताब पढ़ी “The Cancer Prevention Diet“ जो Michio Kushi द्वारा लिखी गई है। इस किताब में एक खास डाइट का ज़िक्र है — मैक्रोबायोटिक डाइट (Macrobiotic Diet)। ये एक पारंपरिक जापानी डाइट है जिसमें सिर्फ प्लांट-बेस्ड, सादा और नेचुरल खाना खाया जाता है।
माइक ने अपनी पूरी डाइट बदल डाली: प्रोसेस्ड फूड छोड़ा, चीनी और डेयरी से दूरी बनाई, सादा, देसी, घर का बना और पौष्टिक खाना अपनाया और नतीजा ये हुआ कि कुछ ही महीनों में उनके कैंसर के लक्षण गायब हो गए। सिर्फ यही नहीं उन्हें गठिया (जोड़ों के दर्द) से भी राहत मिली और शरीर पहले से कहीं ज़्यादा मजबूत हो गया।
102 की उम्र में भी सुपरमैन जैसा फिटनेस!

अब माइक 102 साल के हैं लेकिन उम्र सिर्फ एक नंबर है उनके लिए। वो आज भी हर दिन एक्टिव रहते हैं, एक्सरसाइज करते हैं, दौड़ते हैं, पुल-अप्स करते हैं और boating भी करते हैं। उनका मानना है कि अगर आप रोज़ का खाना सही रखें, जीवनशैली संतुलित हो और शरीर को मूव करते रहें तो बीमारियां पास भी नहीं फटकतीं।
माइक क्या खाते हैं? उनका पूरा डाइट प्लान

माइक का खाना बहुत ही साधारण लेकिन पोषण से भरपूर होता है। आइए जानें उनकी थाली में क्या-क्या होता है:
- ब्राउन राइस (भूरा चावल) – फाइबर से भरपूर, पेट और दिल के लिए अच्छा
- उबली हुई सब्जियां – गाजर, केल, पत्ता गोभी जैसी सब्जियां
- समुद्री शैवाल (Seaweed) – आयोडीन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत
- फलियां – छोले, राजमा, मूंग आदि
- हर दिन आधा कैन बीन्स जरूर खाते हैं (National Cancer Institute की रिसर्च के अनुसार, बीन्स जैसे फूड्स शरीर में कैंसर से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं।)
- ऑर्गेनिक फल-सब्जियां
- फिल्टर्ड और साफ पानी
एक्सरसाइज है दूसरी ताकत

माइक का मानना है कि शरीर को मूव करना यानी ज़िंदा रहना। वो हर दिन समय निकालकर दौड़ते हैं, वॉक करते हैं, स्ट्रेचिंग और बॉडी वेट एक्सरसाइज करते हैं। वो कहते हैं:- अगर आप हर दिन सिर्फ 30 मिनट भी शरीर को मूव करोगे, तो दवाओं की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी।
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी बीमारी या इलाज के लिए डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। इसमे दी गई जानकारी MEDICALNEWSHINDI.COM पुष्टि नहीं करता है।
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