दोस्तों क्या आपको भी बार बार पेशाब लगना,पेशाब करने के बाद जलन और अक्सर पेट के निचले हिस्से में दर्द का अहसास होते रहता है,तो सावधान हो जाइये हो सकता है आप यूरिन इन्फेक्शन का शिकार हो गए है। डरने की कोई बात नही है यह एक आम समस्या है जिसका इलाज संभव है। इस समस्या के लिए आपको आयुर्वेदिक,होम्योपैथी और एलोपैथी में भी इसका उपचार उपलब्ध है आज इस ब्लॉग में आपको पढने को मिलेगा Ayurvedic Medicine For Urine Infection के बारे में। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति की खास बात यह होती है की आपको साइड इफ़ेक्ट होने खतरा न के सामान होता है।
आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में पेशाब संक्रमण के लिए दृष्टिकोण (URINE INFECTION IN AYURVED)
आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के अनुसार Urine Track Infection मुख्य रूप से पित्त दोष और कफ दोष के संतुलन बिगड़ने के कारण होता है। किसी भी संक्रमण और बीमारी को ठीक करने के लिए आयुर्वेद में कई प्रकार की जड़ी-बूटियां और औषधियां है। इसी प्रकार पित्त दोष और कफ दोष को संतुलित और मूत्र मार्ग को मजबूत करने के लिए बहुत सारे आयुर्वेदिक उत्पाद मार्केट में उपलब्ध है।
यूरिन इन्फेक्शन के लिए आयुर्वेदिक दवाएं(Ayurvedic Medicine For Urine Infection)
इसी प्रकार पित्त दोष और कफ दोष को संतुलित और मूत्र मार्ग को मजबूत करने के लिए बहुत सारे आयुर्वेदिक उत्पाद मार्केट में उपलब्ध है। इन सभी आयुर्वेदिक उत्पादों अलग अलग आयुर्वेदिक कंपनिया जैसे बैद्यनाथ, हिमालया, डाबर, पतंजली, उंझा, ज़ंडू और अन्य कंपनिया मार्केट उपलब्ध है, जिसमे से सबसे बेहतर रिजल्ट वाले उत्पाद जो यूरिन इन्फेक्शन को ठीक करने के काम आता है कुछ इस प्रकार है:
- निरी सिरप और टेबलेट (Aimil Neeri Syrup or Tablet): Aimil Neeri Syrup बिना डॉक्टर के पर्चे मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है जो विशेष रूप पथरी,गुर्दे कि बिमारी,यूरिन इन्फेक्शन के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है इसके अलावा Aimil Neeri Syrup का उपयोग और अन्य समस्याएं जैसे यूरिन करने में जलन,रीनल इन्फेक्शन,यूरिन करने में दर्द (ठनकी) जैसे समस्याओं को ठीक करने का काम आता है।
सेवन विधि:
- बच्चो के लिए: आधा से एक चम्मच दिन में तिन बार
- व्यस्क: दो चम्मच दिन तिन बार (आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा बताए अनुसार लें )
- चंद्रप्रभा वटी (Chandraprabha Bati): बैद्यनाथ का चंद्रप्रभा वटी शिलाजीत व लौह भस्म युक्त आयुर्वेदिक उत्पाद है जो Urine Track Infection को ठीक करने में कारगर है। यह उत्पाद में मूत्र नली में सुजन को कम करके यूरिन इन्फेक्शन को कम करने का कम करती है।
सेवन विधि: एक से दो गोलियां दिन में दो बार(आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श अनुसार)
- गोक्षुरादी गुग्गुल(Gokshuradi Guggulu): baidyanath gokshuradi guggulu बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली दवा है जो मुख्य रूप से किडनी इन्फेक्शन और Urine Track Infection में काम आता है इसके साथ में डाबर का भी गोक्षुरादी गुग्गुल का रिजल्ट बहुत अच्छा आता है आप इन दोनों में से कोई सा भी उत्पाद लेकर उपयोग कर सकते है।
सेवन विधि: दिन में दो से तिन बार दो से चार गोलियां (आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श अनुसार)
- पथरीना टेबलेट (Pathrina tablet): यह टेबलेट बैद्यनाथ के द्वारा बनाई जाती है पथरीना टेबलेट मूत्र मार्ग की पथरी एवं उससे उत्पन्न समस्याओं में उपयोगी है। इसके नियमित उपयोग से पेशाब की जलन एवं Urine Track Infection में भी लाभकारी होता है।
सेवन विधि:दो-दो टेबलेट सुबह शाम (आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श अनुसार)
निष्कर्ष:
दोस्तों इस ब्लॉग का निष्कर्ष यह की यह आयुर्वेदिक दवाएं पेशाब नाली में संक्रमण को जड़ से ख़त्म करने में मदद करते है हालांकि अगर Urinary Track Infection गंभीर हो गया है तो आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह जरुर ले लेनी चाहिए। आयुर्वेदिक उपाय न केवल मूत्र नली संक्रमण को ठीक करते है बल्कि मूत्र प्रणाली को भी मजबूत करता है। प्राकृतिक उपचार के साथ संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर Urinary Track Infection से बचा जा सकता है।
नोट:-इस ब्लॉग में दी गयी जानकारी मेडिकल साइट्स,इंटरनेट और अन्य हेल्थ साइट्स से लिया गया MEDICALNEWSHINDI.COM इसकी पुष्टि नही करता।