होली की ठंडाई और भांग
होली के त्योहार में Thandai और Bhang का एक अलग ही क्रेज होता है। लोग इसे एनर्जी बूस्टर और मस्ती का हिस्सा मानते हैं। क्या भांग सिर्फ मज़े के लिए ली जाती है, या इसके पीछे कोई साइंटिफिक फैक्ट भी है? अगर आप भी दुविधा में हैं कि ठंडाई और भांग सेहत के लिए सही हैं या नहीं?
इस ब्लॉग में हम इसके फायदे, नुकसान और सावधानियों पर चर्चा करेंगे ताकि आप इस होली पर स्मार्ट चॉइस कर सकें!
ठंडाई क्या है(What is Thandai)
भारत की पारंपरिक पेय संस्कृति में Thandai का विशेष स्थान है खासकर होली और गर्मी के मौसम में। यह न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन होती है बल्कि इसे आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर हेल्दी ड्रिंक भी माना जाता है। ठंडाई का मतलब ही ‘ठंडक देने वाली’ होता है और यह नाम पूरी तरह इसके गुणों को दर्शाता है। यह पेय मुख्य रूप से दूध, बादाम, सौंफ, खसखस, काली मिर्च, गुलाब की पंखुड़ियां, इलायची और केसर जैसी जड़ी-बूटियों और मसालों से तैयार की जाती है जो इसे एक पौष्टिक और एनर्जेटिक ड्रिंक बनाती हैं। गर्मियों में लू और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प होती है।
ठंडाई के स्वास्थ्य लाभ(Benefits of Thandai)
- ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत – ठंडाई में मौजूद ड्राई फ्रूट्स खासकर बादाम और खसखस, शरीर को तुरंत ऊर्जा देने का काम करते हैं। यह लंबे समय तक शरीर को सक्रिय बनाए रखती है।
- पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है – सौंफ, इलायची और काली मिर्च जैसी जड़ी-बूटियां पाचन में सहायक होती हैं। ये पेट की जलन को कम करती हैं और अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाती हैं।
- शरीर को ठंडक प्रदान करती है – गर्मी के मौसम में लू से बचाने के लिए ठंडाई एक बेहतरीन विकल्प होती है। इसमें मौजूद खसखस और गुलाब की पंखुड़ियां शरीर की आंतरिक गर्मी को नियंत्रित करने में मदद करती हैं।
- इम्यूनिटी बढ़ाती है – इसमें मौजूद केसर और बादाम शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं जिससे सर्दी-खांसी और अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव होता है।
- मानसिक तनाव को कम करती है – ठंडाई में मौजूद बादाम और गुलाब के तत्व मस्तिष्क को शांत करने में सहायक होते हैं, जिससे मानसिक तनाव कम होता है और नींद बेहतर आती है।
भांग क्या है? (What is Bhang)
Bhang एक प्रकार का नशीला पदार्थ है जो Cannabis Sativa नामक पौधे की पत्तियों और फूलों से बनाया जाता है। इसमें टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल (THC) नामक सक्रिय यौगिक पाया जाता है जो मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव डालता है। यह भारत में हजारों सालों से उपयोग में लाया जा रहा है खासकर आयुर्वेदिक चिकित्सा में। भांग को पारंपरिक रूप से लस्सी, ठंडाई, पकौड़े या गोलियों के रूप में सेवन किया जाता है।
भांग के स्वास्थ्य लाभ (Benefits of Bhang)
यदि सीमित मात्रा में लिया जाए तो भांग के कुछ फायदे भी हो सकते हैं।
- दर्द निवारक गुण – भांग में प्राकृतिक रूप से दर्द को कम करने वाले तत्व होते हैं जो पुराने जोड़ों के दर्द, माइग्रेन और मांसपेशियों के दर्द में राहत दे सकते हैं।
- तनाव और चिंता कम करना – कई अध्ययनों के अनुसार, भांग का सीमित सेवन तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकता है। यह न्यूरोट्रांसमीटर पर असर डालकर दिमाग को शांत करने का काम करता है।
- पाचन में सुधार – भांग का सेवन भूख बढ़ाने और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में सहायक हो सकता है। खासतौर पर कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों के मरीजों को इससे लाभ मिल सकता है।
भांग के नुकसान और दुष्प्रभाव(Side-Effect of Bhang)
- मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव – भांग का अधिक सेवन भ्रम (hallucination), घबराहट, अवसाद (depression) और मानसिक संतुलन बिगाड़ सकता है। यह स्मृति (memory) पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
- हृदय गति बढ़ा सकती है – भांग के सेवन से दिल की धड़कन असामान्य रूप से तेज हो सकती है, जिससे हृदय रोगियों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है।
- लत लगने की संभावना – यदि लगातार भांग का सेवन किया जाए, तो यह एक लत का रूप ले सकती है, जिससे व्यक्ति की मानसिक और सामाजिक स्थिति प्रभावित हो सकती है।
- पाचन संबंधी दिक्कतें – कुछ लोगों को भांग के सेवन से अपच, उल्टी, मतली और गैस्ट्रिक प्रॉब्लम हो सकती हैं।
- काम करने की क्षमता पर असर – भांग लेने से मस्तिष्क की प्रतिक्रिया धीमी हो सकती है, जिससे ध्यान केंद्रित करने और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता पर असर पड़ सकता है।
भांग किसे नहीं लेनी चाहिए?
- गर्भवती महिलाएं – गर्भावस्था में भांग का सेवन भ्रूण के विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
- कम उम्र के बच्चे और किशोर – 18 साल से कम उम्र के बच्चों में भांग के सेवन से मस्तिष्क का विकास प्रभावित हो सकता है।
- मानसिक रोग से पीड़ित लोग – यदि किसी को पहले से ही डिप्रेशन, एंग्जायटी, सिजोफ्रेनिया जैसी मानसिक समस्याएं हैं, तो उन्हें भांग से दूर रहना चाहिए।
- हृदय रोगी – जिन लोगों को पहले से हृदय संबंधी समस्याएं हैं, उनके लिए भांग घातक हो सकती है।
- मधुमेह और हाई बीपी के मरीज – भांग ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल को प्रभावित कर सकती है, जिससे डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों के लिए यह नुकसानदायक हो सकती है।
क्या भांग लीगल है?
भारत में भांग को नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस (NDPS) एक्ट 1985 के तहत नियंत्रित किया गया है। हालांकि, कुछ राज्यों में पारंपरिक और धार्मिक उपयोग के लिए भांग की बिक्री और सेवन की अनुमति दी जाती है, लेकिन इसे अवैध रूप से बेचना या बड़ी मात्रा में रखना दंडनीय अपराध है।
नोट:-इस लेख मे दी गई जानकारी के बारे मे medicalnewshindi.com पुष्टि नहीं करता है कृपया विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
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