क्या आपने कभी सोचा है कि क्या एक ही इंसान के अंदर एक से ज्यादा व्यक्तित्व हो सकते हैं? अगर ऐसा हो, तो क्या होगा? Dissociative Identity Disorder (DID) की यह कहानी आपको चौंका सकती है। यह मानसिक स्थिति किसी व्यक्ति के भीतर कई अलग-अलग व्यक्तित्वों का निर्माण करती है, जिन्हें “अल्टर” कहा जाता है। आज हम इस बारे में गहराई से जानेंगे, साथ ही जानेंगे शर्ली मेसन की असल जिंदगी की सच्ची कहानी, जिसने Dissociative Identity Disorder के बारे में दुनिया को बताया।
Dissociative Identity Disorder (DID) क्या है?
Dissociative Identity Disorder (DID) एक मानसिक बीमारी है जिसमें व्यक्ति के अंदर दो या दो से अधिक व्यक्तित्व (अल्टर) हो सकते हैं। इन व्यक्तित्वों का कोई स्थिर और सामान्य कनेक्शन नहीं होता है, और प्रत्येक व्यक्तित्व का अपना व्यवहार, यादें, विचार, और संवेदनाएँ होती हैं। इसे पहले Multiple Personality Disorder (MPD) के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब इसे Dissociative Identity Disorder के रूप में पहचानने का चलन है।
DID के लक्षण:
- अलग-अलग व्यक्तित्वों का उभरना।
- एक ही समय में व्यक्तित्वों का अचानक परिवर्तन।
- इन बदलावों के कारण, व्यक्ति का व्यवहार, बोलने का तरीका, और शरीर की भाषा भी बदल सकती है।
- मानसिक या शारीरिक आघात के कारण, यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
DID के कारण:
Dissociative Identity Disorder का मुख्य कारण मानसिक आघात होता है। बचपन में किसी तरह के शारीरिक या मानसिक शोषण, जैसे शारीरिक हिंसा, यौन शोषण, या परिवारिक तनाव, Dissociative Identity Disorder के विकास को प्रेरित कर सकते हैं। व्यक्ति इन आघातों से बचने के लिए अपने मानसिक ढांचे में कई अलग-अलग व्यक्तित्वों को बना सकता है, ताकि वह उस दर्दनाक स्थिति से बच सके।
इस स्थिति का विकास आमतौर पर बचपन में ही शुरू होता है, क्योंकि बच्चों का मानसिक ढांचा बहुत लचीला होता है और वे अपने आघात से बचने के लिए ऐसे तंत्र विकसित कर सकते हैं।
शर्ली मेसन की कहानी: DID का असल सच

अब हम बात करेंगे एक सच्ची और बेहद दिलचस्प कहानी की – शर्ली मेसन, जिन्हें ‘सिबिल‘ के नाम से भी जाना जाता है। शर्ली मेसन का जीवन Dissociative Identity Disorder से जूझते हुए बहुत ही दर्दनाक और रहस्यमय था। यह कहानी Dissociative Identity Disorder के बारे में जागरूकता फैलाने वाली पहली प्रमुख घटनाओं में से एक थी।
शर्ली मेसन का बचपन बहुत कठिन था। उन्होंने अपनी मां द्वारा मानसिक और शारीरिक शोषण सहा। बचपन के उन दर्दनाक अनुभवों से बचने के लिए, शर्ली ने अपने अंदर 16 अलग-अलग व्यक्तित्वों को विकसित किया। इन व्यक्तित्वों का अपना अलग नाम, व्यवहार और यादें थीं। इस स्थिति को समझने और इलाज करने के लिए उन्हें लंबी साइकोथेरेपी का सहारा लिया गया।
डॉ. कॉर्नेलिया विल्बर, शर्ली की डॉक्टर, ने उनकी इलाज प्रक्रिया को संभाला और धीरे-धीरे उन्होंने शर्ली के व्यक्तित्वों की पहचान की। यह पूरा इलाज़ एक लंबा और दर्दनाक सफर था, लेकिन शर्ली की कहानी ने दुनिया को Dissociative Identity Disorder के बारे में बहुत कुछ सिखाया। उनकी जिंदगी पर आधारित किताब “Sybil“ और फिल्म ने Dissociative Identity Disorder को लेकर दुनिया को जागरूक किया।
DID के इलाज की प्रक्रिया:
Dissociative Identity Disorder का इलाज कोई एकल उपचार से नहीं किया जा सकता। यह एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें मुख्य रूप से मनोचिकित्सा (Psychotherapy) की आवश्यकता होती है। इलाज में व्यक्ति के विभिन्न व्यक्तित्वों को पहचानने और उन्हें एकजुट करने की कोशिश की जाती है। मुख्य उद्देश्य यह होता है कि व्यक्तित्वों के बीच संतुलन बनाए रखा जाए और व्यक्ति को शांति और संतुलित मानसिक स्थिति की ओर मार्गदर्शन किया जाए।
- मनोचिकित्सा: Dissociative Identity Disorder के उपचार में सबसे महत्वपूर्ण है मनोचिकित्सा, जहाँ चिकित्सक व्यक्ति के विभिन्न व्यक्तित्वों से बात करके उनके आघातों को समझने और उनका इलाज करने की कोशिश करते हैं।
- इंटेग्रेशन: उपचार का एक और हिस्सा है ‘इंटेग्रेशन‘, जिसमें अलग-अलग व्यक्तित्वों को एकजुट करके व्यक्ति को मानसिक शांति देने की कोशिश की जाती है।
- आघात उपचार: व्यक्ति के मानसिक आघात का इलाज भी किया जाता है, जिससे वह अपने दर्दनाक अनुभवों से उबर सके।
Dissociative Identity Disorder के बारे में Myths और भ्रांतियाँ:
Dissociative Identity Disorder को लेकर कई भ्रांतियाँ और गलतफहमियाँ भी हैं। कुछ लोग इसे एक मानसिक समस्या के बजाय एक व्यक्ति की कमजोरी समझते हैं, लेकिन यह एक गंभीर मानसिक स्थिति है, जो मानसिक आघात के कारण उत्पन्न होती है। Dissociative Identity Disorder के बारे में जानने और समझने की आवश्यकता है, ताकि इससे पीड़ित लोगों को उचित उपचार मिल सके।
- “DID का मतलब है, कि कोई व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर है।” यह गलत है। Dissociative Identity Disorder मानसिक आघात के परिणामस्वरूप विकसित होती है और इसका इलाज संभव है।
- “DID केवल फिल्मी कहानियों में होता है।” Dissociative Identity Disorder वास्तविक जीवन में भी होता है, और इसकी सच्चाई को गंभीरता से समझने की जरूरत है।
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निष्कर्ष (Conclusion):
Dissociative Identity Disorder (DID) एक जटिल मानसिक स्थिति है, जिसमें किसी व्यक्ति के अंदर कई पहचानें हो सकती हैं। इस स्थिति से पीड़ित व्यक्ति को बहुत संघर्ष और मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है। शर्ली मेसन की सच्ची कहानी ने DID के बारे में दुनिया को जागरूक किया, और यह हमें यह सिखाती है कि मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
यदि आपके आसपास कोई DID से पीड़ित है, तो उन्हें समझना और मदद करना बहुत जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता फैलाना और इसके इलाज के सही रास्ते को अपनाना समाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। DID जैसी मानसिक स्थिति को समझने और इलाज करने में मदद करें, ताकि इस समस्या से जूझ रहे लोग अपने जीवन को सामान्य बना सकें।
Sources:
- Sybil: The True Story of a Woman Possessed by Sixteen Personalities – Flora Rheta Schreiber.
- Dissociative Identity Disorder: A Clinical Overview – International Journal of Psychology.